Posted by: admin on December 23, 2024
# पहला टीकाकरण (6-8 सप्ताह)
1. एफवीआरसीपी (FVRCP): यह टीका फेलाइन वायरल राइनोट्रैकाइटिस, कैलिसिवायरस, और पैनल्यूकोपेनिया जैसे रोगों से बचाव के लिए दिया जाता है।
2. रेबीज: यह टीका रेबीज वायरस से बचाव के लिए दिया जाता है, जो एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है।
# दूसरा टीकाकरण (12-16 सप्ताह)
1. एफवीआरसीपी (FVRCP): यह टीका पहले टीके की तरह ही है, लेकिन यह दूसरी खुराक है जो बिल्ली को अधिक सुरक्षा प्रदान करती है।
2. रेबीज: यह टीका पहले टीके की तरह ही है, लेकिन यह दूसरी खुराक है जो बिल्ली को अधिक सुरक्षा प्रदान करती है।
# वार्षिक टीकाकरण
1. एफवीआरसीपी (FVRCP): यह टीका वार्षिक रूप से दिया जाता है ताकि बिल्ली को लगातार सुरक्षा प्रदान की जा सके।
2. रेबीज: यह टीका वार्षिक रूप से दिया जाता है ताकि बिल्ली को लगातार सुरक्षा प्रदान की जा सके।
# अन्य टीकाकरण
1. एफआईवी (FIV): यह टीका फेलाइन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस से बचाव के लिए दिया जाता है, जो एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है।
2. एफईएलवी (FeLV): यह टीका फेलाइन ल्यूकेमिया वायरस से बचाव के लिए दिया जाता है, जो एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है।
यह ध्यान रखें कि टीकाकरण अनुसूची आपके क्षेत्र और आपकी बिल्ली की विशिष्ट जरूरतों पर निर्भर कर सकती है। इसलिए, अपने पशु चिकित्सक से परामर्श करना महत्वपूर्ण है ताकि आप अपनी बिल्ली के लिए सबसे अच्छा टीकाकरण अनुसूची तैयार कर सकें।
1. स्वास्थ्य जांच: टीकाकरण से पहले अपनी बिल्ली की स्वास्थ्य जांच करवाएं।
2. उम्र और वजन: टीकाकरण के लिए निर्धारित उम्र और वजन के अनुसार अपनी बिल्ली को टीका लगवाएं।
3. पिछले टीकाकरण: अपनी बिल्ली के पिछले टीकाकरण की जानकारी अपने पशु चिकित्सक को दें।
1. शांत और आरामदायक वातावरण: टीकाकरण के दौरान अपनी बिल्ली को शांत और आरामदायक वातावरण प्रदान करें।
2. पशु चिकित्सक की सलाह: टीकाकरण के दौरान अपने पशु चिकित्सक की सलाह का पालन करें।
3. टीकाकरण के बाद की देखभाल: टीकाकरण के बाद अपनी बिल्ली की देखभाल के लिए अपने पशु चिकित्सक की सलाह का पालन करें।
1. निगरानी: टीकाकरण के बाद अपनी बिल्ली की निगरानी करें और किसी भी असामान्य लक्षण की सूचना अपने पशु चिकित्सक को दें।
2. देखभाल: टीकाकरण के बाद अपनी बिल्ली की देखभाल के लिए अपने पशु चिकित्सक की सलाह का पालन करें।
3. अगले टीकाकरण: अगले टीकाकरण की तिथि को याद रखें और अपनी बिल्ली को समय पर टीका लगवाएं।
डॉ कृष्णकांत कांकर एक अनुभवी पशु चिकित्सक हैं जो वर्तमान में प्राइम वेट क्लिनिक, इंदौर में कार्यरत हैं। उनके पास पशु चिकित्सा के क्षेत्र में व्यापक अनुभव है और वे अपने मरीजों को उच्चतम स्तर की देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डॉ कृष्णकांत कांकर की विशेषज्ञता में शामिल हैं:
- पशु चिकित्सा और सर्जरी
- पशु स्वास्थ्य और पोषण
- पशु रोग नियंत्रण और प्रबंधन
- पशु वैक्सीनेशन और टीकाकरण
उनकी सेवाएं में शामिल हैं:
- पशु चिकित्सा परामर्श
- पशु सर्जरी और ऑपरेशन
- पशु वैक्सीनेशन और टीकाकरण
- पशु स्वास्थ्य और पोषण परामर्श
- पशु रोग नियंत्रण और प्रबंधन
- उच्चतम स्तर की पशु चिकित्सा देखभाल
- व्यक्तिगत ध्यान और परामर्श
- आधुनिक और सुरक्षित पशु चिकित्सा सुविधाएं
- अनुभवी और योग्य पशु चिकित्सक की देखरेख
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May 4, 2025, 1:34 am