Posted by: admin on December 23, 2024
1. गंभीर दस्त और उल्टी: पारवो वायरस संक्रमण के सबसे आम लक्षण हैं।
2. रक्तस्रावी दस्त: मल में रक्त की उपस्थिति।
3. निर्जलीकरण: उल्टी और दस्त के कारण शरीर में पानी की कमी।
4. कमजोरी और थकान: संक्रमण के कारण कुत्ते कमजोर और थका हुआ महसूस कर सकते हैं।
5. बुखार: शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
1. मल परीक्षण: मल का परीक्षण करके पारवो वायरस की उपस्थिति का पता लगाया जा सकता है।
2. रक्त परीक्षण: रक्त परीक्षण करके कुत्ते की सेहत का मूल्यांकन किया जा सकता है।
3. इमेजिंग परीक्षण: एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड परीक्षण करके आंतों की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सकता है।
1. निर्जलीकरण का इलाज: निर्जलीकरण को रोकने के लिए तरल पदार्थों का प्रबंधन।
2. एंटीबायोटिक्स: संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए एंटीबायोटिक्स का उपयोग।
3. एंटीवायरल दवाएं: पारवो वायरस को नियंत्रित करने के लिए एंटीवायरल दवाओं का उपयोग।
4. समर्थन चिकित्सा: कुत्ते को आराम और समर्थन प्रदान करना।
1. पारवो वायरस वैक्सीन: कुत्ते को पारवो वायरस वैक्सीन लगवाना।
2. स्वच्छता: कुत्ते के मल को नियमित रूप से साफ करना।
3. संक्रमित कुत्तों से अलग रखना: कुत्ते को संक्रमित कुत्तों से अलग रखना।
4. स्वस्थ आहार: कुत्ते को स्वस्थ आहार प्रदान करना।
5. नियमित स्वास्थ्य जांच: कुत्ते की नियमित स्वास्थ्य जांच करना।
प्राइम वेट क्लिनिक , इंदौर